1.तकलीफ़ मिट गई मगर एहसास रह गया
ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया
😏
2. एक तेरे इश्क की आग दिल मे लेकर
क्या खूब जिंदगी को जलाया है हमने
😫
3. कौन समझ पाया है अाज तक हमे
हम अपने हादसों के इकलौते गवाह हैं
😖
4. हम तुम्हें मुफ्त मे जो मिले है
कदर ना करना हक है तुम्हारा
😎
5. दिलासा देते है लोग यूँ हर वक्त ना रोया
करो
अब उन्हें हम कैसे बतांए
कुछ दर्द सहने के काबिल नही होते
😫
6. जिसे अपने दिल मे जगह दी हमने
वो ही सब कुछ बर्बाद कर चला गया
💔
7. मै फिर से निकलूंगी तलाश -ए-जिन्दगी में दुआ करना दोस्तों
इस बार किसी से इश्क ना हो
😖
8. पूछ कर मेरा पता बदनामिया मत मोल लेना
ख़त किसी फूटपाथ पर रख देना
मुझे मिल जायेगा
👍
9. सलीक़ा हो अगर भीगी हुई आँखों को पढने
का
तो फिर बहते हुए आंसू भी अक्सर बात करते हैं
💖
10. दम तोड़ जाती है हर शिकायत लबों पे आकर
जब मासूमियत से वो कहता है मैंने क्या
किया है
💖
11. तेरी यादो के ये जख्म मिले हमे
के
अभी स़भले ही थे की फिर गिर पड़े
💔
12. तन्हाई इस कदर रास आ गई है हमे
गर परछाई भी साथ हो तो भीड़ सी लगती है
😖
13. हम ने ही सिखाया था उन्हें बाते करना
आज उनके पास हमारे लिए ही वक्त नही
💔
14. वो जो दिन गुजरे थे तेरे साथ
काश हमारी जिंदगी उतनी ही होती
💔
15. जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है जो
मुसाफिर थे
वो रास नहीं आये जिन्हें चाहा वो साथ
नहीं आये
ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया
😏
2. एक तेरे इश्क की आग दिल मे लेकर
क्या खूब जिंदगी को जलाया है हमने
😫
3. कौन समझ पाया है अाज तक हमे
हम अपने हादसों के इकलौते गवाह हैं
😖
4. हम तुम्हें मुफ्त मे जो मिले है
कदर ना करना हक है तुम्हारा
😎
5. दिलासा देते है लोग यूँ हर वक्त ना रोया
करो
अब उन्हें हम कैसे बतांए
कुछ दर्द सहने के काबिल नही होते
😫
6. जिसे अपने दिल मे जगह दी हमने
वो ही सब कुछ बर्बाद कर चला गया
💔
7. मै फिर से निकलूंगी तलाश -ए-जिन्दगी में दुआ करना दोस्तों
इस बार किसी से इश्क ना हो
😖
8. पूछ कर मेरा पता बदनामिया मत मोल लेना
ख़त किसी फूटपाथ पर रख देना
मुझे मिल जायेगा
👍
9. सलीक़ा हो अगर भीगी हुई आँखों को पढने
का
तो फिर बहते हुए आंसू भी अक्सर बात करते हैं
💖
10. दम तोड़ जाती है हर शिकायत लबों पे आकर
जब मासूमियत से वो कहता है मैंने क्या
किया है
💖
11. तेरी यादो के ये जख्म मिले हमे
के
अभी स़भले ही थे की फिर गिर पड़े
💔
12. तन्हाई इस कदर रास आ गई है हमे
गर परछाई भी साथ हो तो भीड़ सी लगती है
😖
13. हम ने ही सिखाया था उन्हें बाते करना
आज उनके पास हमारे लिए ही वक्त नही
💔
14. वो जो दिन गुजरे थे तेरे साथ
काश हमारी जिंदगी उतनी ही होती
💔
15. जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है जो
मुसाफिर थे
वो रास नहीं आये जिन्हें चाहा वो साथ
नहीं आये
Join us on Facebook
https://m.facebook.com/feelings.rama
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें