HOT GIRL MMS VIRAL

मंगलवार, 8 सितंबर 2015

Beautifull lines by sweet daughter....
Sham ho gai
ghumne chalo na papa ....!!
Chalte chalte thak gai
kandhe pe bitha lo na papa ....!!
Andhere se dar lagta hai
Seene se laga lo na papa ....!!
Mummy toh so gai
Aap hi thapki dekar sula do na
papa ....!!
School toh puri hui
College jaane do na papa ....!!
College mei chhoti si galti ho gai
maaf kar do na papa ....!!
Chhoti si bhul ki itni badi saza
jab doli mein bitha hi diya to
aansu to mat bahao na
papa ....!!
Aapki muskurahat acchi hai
ek bar muskurao na papa ....!!
Aapne meri har baat maani
ek bat aur maan bhi jao na
papa ....!!
Iss dharti pe bojh nahi hu mai
Duniya ko smjhao na papa

गुरुवार, 3 सितंबर 2015

Ek phool Ajeeb Tha
.....
Kabhi Hamare bhi Bahut
KaribTha
.....
Jab Ham chahne Lage use
Khud Se Jyada
......
To Pata chala Ki Wo Ham
se Bhi
Jyada Kisi Or K Karib Tha..
ख्वाइशों से भरा पड़ा है घर इस कदर,
रिश्ते ज़रा सी जगह को तरसतें हैं !
मैं फकीरों से ही सौदा करती हूँ अक्सर,
जो एक रुपये में लाखो कि दुआएं देते हैं।
मुझको है उनसे प्यार ये मैं उन्हें बताऊँ कैसे?
अपने बेकरार दिल का हाल उन्हें सुनाऊँ कैसे?
.
वो मुझसे खफ़ा होकर चल दिए हैं जाने कहाँ,
कि फिर अपने रूठे हुए यार को मनाऊँ कैसे?
.
चली गई मुस्कान मेरी उन के चले जाने
से ही,
अब बिन उनके अपने होठों पर हँसी सजाऊँ कैसे?
.
जानती हूँ कि दूर
जाना उनकी मजबूरी है कोई
लेकिन मैं उन्हें अपने और करीब बुलाऊँ कैसे?
.
जुदा होकर उनसे खो गया है मेरा जीवन
संगीत,तो,
मैं उनकी जुदाई में ख़ुशी के
गीत गुनगुनाऊँ कैसे?
.
मुझको है उनसे प्यार ये मैं उन्हें बताऊँ कैसे?
अपने बेकरार दिल का हाल उन्हें सुनाऊँ कैसे?
दोस्तों कम से कम सौ शेयर चाहिएँ ।
तेजाब के हमले में घायल एक लड़की के दिल से निकलीं कुछ पंक्तियाँ
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चलो, फेंक दिया
सो फेंक दिया....
अब कसूर भी बता दो मेरा
तुम्हारा इजहार था
मेरा इन्कार था
बस इतनी सी बात पर
फूंक दिया तुमने
चेहरा मेरा....
गलती शायद मेरी थी
प्यार तुम्हारा देख न सकी
इतना पाक प्यार था
कि उसको मैं समझ ना सकी....
अब अपनी गलती मानती हूँ
क्या अब तुम ... अपनाओगे मुझको?
क्या अब अपना ... बनाओगे मुझको?
क्या अब ... सहलाओगे मेरे चहरे को?
जिन पर अब फफोले हैं
मेरी आंखों में आंखें डालकर देखोगे?
जो अब अन्दर धस चुकी हैं
जिनकी पलकें सारी जल चुकी हैं
चलाओगे अपनी उंगलियाँ मेरे गालों पर?
जिन पर पड़े छालों से अब पानी निकलता है
हाँ, शायद तुम कर लोगे....
तुम्हारा प्यार तो सच्चा है ना?
अच्छा! एक बात तो बताओ
ये ख्याल 'तेजाब' का कहाँ से आया?
क्या किसी ने तुम्हें बताया?
या जेहन में तुम्हारे खुद ही आया?
अब कैसा महसूस करते हो तुम मुझे जलाकर?
गौरान्वित..???
या पहले से ज्यादा
और भी मर्दाना...???
तुम्हें पता है
सिर्फ मेरा चेहरा जला है
जिस्म अभी पूरा बाकी है
एक सलाह दूँ!
एक तेजाब का तालाब बनवाओ
फिर इसमें मुझसे छलाँग लगवाओ
जब पूरी जल जाऊँगी मैं
फिर शायद तुम्हारा प्यार मुझमें
और गहरा और सच्चा होगा....
एक दुआ है....
अगले जन्म में
मैं तुम्हारी बेटी बनूँ
और मुझे तुम जैसा
आशिक फिर मिले
शायद तुम फिर समझ पाओगे
तुम्हारी इस हरकत से
मुझे और मेरे परिवार को
कितना दर्द सहना पड़ा है।
तुमने मेरा पूरा जीवन
बर्बाद कर दिया है।
अगर आपको यह पंक्तियाँ अच्छी लगीं हों तो कृप्या इस विचार को अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुँचायें।
ताज़्ज़ुब ना किज़िएगा
ग़र कोई दुश्मन भी आपकी खैरियत पूंछ
ज़ाए____"
ये वो दौर है,
ज़हाँ हर मुलाकात में मकसद छिपे होते हैं_____।।
Brother's thought
उफ्फ ये बहनें !
जाने किस जन्म का बकाया हिसाब-किताब लेकर आती है बहनें कि इनका पूरा बचपन भाईयों से लड़ते-झगड़ते बीत जाता है। साथ रहें, साथ खाएं या साथ खेलें - एकदम दुश्मनों वाला सलूक ! राखी बांधते वक़्त भी नेग के लिए झगड़ा। फिर लड़ते-झगड़ते जाने कब सयानी हो जाती हैं और अचानक भाईयों की फ़िक्र करने लगती हैं। बड़े प्यार से राखी बांधती हैं और बदले में कुछ मांगती भी नहीं। कुछ दो तो होंठों पर हल्की सी मुस्कान और नहीं दो तो आंखों में ढेर सारा वात्सल्य। शादी के बाद राखी के दिन या वैसे भी भाईयों का इंतज़ार करती हैं। यह जानते हुए भी कि भाईयों को भाभियों और भतीजों से फुर्सत मिलने की संभावना कम ही होती है। इनका बुढ़ापा पति और बच्चों के साथ भाईयों के कुशल-क्षेम और उनकी लंबी उम्र की दुआएं करते बीत जाता है। यह जानते हुए भी कि इस उम्र में भाईयों की स्मृति में बहनें कम ही रह पाती हैं। जाने किस मिट्टी से तो बनाता है ईश्वर इन बहनों को !

ණAb dekhun bhi tujhe to muhabbat nahi hoti mujhko...

ණAb dekhun bhi tujhe to
muhabbat nahi hoti
mujhko.......
zakham khulte bhi hain to
koii taklif nahi hoti
mujhko......
itna badli hun tere shehar ka
pani pee kar......
jhoot bhi bolun ab to koii
ghutan nahi hoti mujhko......
ab koi aaye ya chala jaye main
khush rahti hun.......
ab kisi shakhs ki adat nahi
hoti mujh ko.......
itni busy hu apne dosto or kam me
ki
Ab sans lene ki bhi fursat nahi
hoti mujhko......ණ
True lines...
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Sapne Wo Nahi Hote, Jo Sone Par
Aate Hai....!!
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Balki Sapne Wo Hote Hain, Jo Sone
Nahi Dete....!!
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............IsiTarah........
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Apne Wo Nahi Hote, Jo Rone Par
Aate Hai....!!
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Balki Apne Wo Hote Hain, Jo Rone
Nahi Dete..........!!!! ♡